Tuesday, December 08, 2020

मधुमास देना चाहता हूँ

तुम हमारी ज़िन्दगी को प्यार दे पाओ तो देना
मैं तुम्हे अपने सभी मधुमास देना चाहता हूँ।
प्रेम का प्रतिमान आया साथ मेरा नाम आया
भावना के डाकिये से संदली पैगाम आया
दृष्टि सुर सरिता में मुझको तृप्ति दे पाओ तो देना
अंक में अपने तुम्हें प्रतिवास देना चाहता हूँ।
तुम हमारी ज़िन्दगी को ... ।।

गंध के सम्बंध पाकर मन नयन खिलने लगे
चाह ले मकरंद की एकान्त में मिलने लगे
जेठ की तपती धरा पर पूस बन पाओ तो बनना
मैं तुम्हें अपने सभी विश्वास देना चाहता हूँ।
तुम हमारी ज़िन्दगी को ... ।।

व्यंजना की झोलियों से गीत को मैं बाँचता हूँ
और अपनी राह का मैं हर कुहासा छाँटता हूँ
शब्द-पथ के कंटकों में साथ दे पाओ तो देना
मैं तुम्हें अपने सभी अहसास देना चाहता हूँ।
तुम हमारी ज़िन्दगी को ... ।।
           
   -बलराम श्रीवास्तव

No comments: